हाइलाइट्स
मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं
मोटापा से पीड़ित वयस्कों की संख्या 1.9 अरब पहुंच गई है
Weight loss from Mulethi: मोटापा दुनिया के लिए सिर दर्द बन गया है. पिछले 30 सालों में मोटापे से पीड़ित लोगों की संख्या में 3 गुना वृद्धि हुई है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 2016 में ही मोटापा से पीड़ित वयस्कों की संख्या 1.9 अरब पहुंच गई थी. आजकल तो अधिकांश बच्चों का भी वजन बढ़ा हुआ है. 2020 के आंकड़ों के मुताबिक 5 साल से कम उम्र के 3.9 करोड़ बच्चे ज्यादा वजन के शिकार हैं. अगर एक वयस्क का बीएमआई 25 से ज्यादा है तो उसका वजन बढ़ा हुआ है लेकिन अगर बीएमआई 30 से भी ज्यादा हो जाए तो वह मोटापे की बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं. मोटापे के कारण डायबिटीज, हार्ट डिजीज, किडनी प्रोबल्म, ब्रेन प्रोब्लम जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. इसलिए मोटापा को कम करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. मुलेठी मोटापे को कम करने में बेहद मददगार साबित हो सकता है. मुलेठी को ‘स्वीटवुड’ के रूप में भी जाना जाता है. यह एक औषधीय जड़ी बूटी है जो सुगंधित होती है. इसका इस्तेमाल चाय, ड्रिंक और पान में अक्सर किया जाता है.
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अध्ययन में ये बात सामने आई Mulethi in obesity
वेबएमडी की खबर के मुताबिक मुलेठी की जड़ से मोटापे पर लगाम लगाया जा सकता है. एक अध्ययन में पाया गया कि मुलेठी की जड़ में ग्लिसिरहेटिनिक एसिड पाया जाता है जो बॉडी फैट को गला देता है. अध्ययन में शामिल लोगों को रोजाना 3.5 ग्राम मुलेठी की जड़ से बनी दवा को दिया गया. इन लोगों को और किसी भी अन्य तरह का परहेज नहीं करने को कहा गया. यानी जो व्यक्ति पहले से जो कुछ खाते थे, वही खाने को कहा गया. दो महीने तक रोजाना मुलेठी देने के बाद आश्चर्यजनक परिणाम सामने आया. शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने मुलेठी का सेवन रोजाना किया था उनके बॉडी में पानी की मात्रा बढ़ गई जबकि बॉडी फैट की मात्रा आश्चर्यजनक रूप से घट गई. अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन लोगों ने मुलेठी का सेवन किया था, उनमें एल्डोस्टेरॉन का लेवल भी घट गया. एल्डोस्टेरॉन एक हार्मोन होता है जो शरीर में सॉल्ट और वाटर लेवल को बढ़ा देता है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है.
कई बीमारियों का खत्म करती है मुलेठी Mulethi Health benefits
मुलेठी की जड़ से गैस्ट्रो प्रोब्लम सहित मलेरिया, अनिद्रा और संक्रमण जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है. इसका इस्तेमाल श्वसन और पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में भी किया जाता है. मुलेठी की जड़ से जूस, कैंडी, दवा आदि बनाए जाते हैं. मुलेठी सर्दियां में सर्दी और फ्लू जैसे लक्षणों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है. मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो पाचन को ठीक करते हैं. मुलेठी इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है. मुलेठी के इस्तेमाल से बंद नाक, गले की खराश और खांसी से निजात मिलती है.
ऐसे करें मुलेठी का इस्तेमाल
मुलेठी की जड़ को उबाल कर आप रोजाना इसका इस्तेमाल चर्बी को हटाने के लिए कर सकते हैं. इसके लिए मुलेठी की कुछ टहनियों को साफ कर लें और उसे दो गिलास पानी में उबाले. जब पानी आधा रह जाए तो उसे छाने और गुनगुना होने पर उसका सेवन करें.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : November 16, 2022, 16:43 IST