हाइलाइट्स
हर वर्ष नवंबर माह में पैंक्रियाटिक कैंसर जागरूकता माह मनाया जाता है.
पैंक्रियाटिक कैंसर मंथ वर्ष 2022 की थीम “इट्स अबाउट टाइम” है.
नवंबर माह के तीसरे गुरुवार को विश्व पैंक्रियाटिक कैंसर दिवस के रूप में जाना जाता है.
Pancreatic Cancer Awareness Month : हर वर्ष नवंबर माह को पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत साल 2000 में की गई थी. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैंक्रियाटिक कैंसर के विषय में कई जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. इसी दौरान नवंबर माह के तीसरे गुरुवार को पैंक्रियाटिक कैंसर दिवस के रूप में जाना जाता है. पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ का उद्देश्य पैंक्रियाटिक कैंसर के शुरुआती लक्षणों और निवारण के सुझावों को जन-जन तक पहुंचाना है, ताकि दुनियाभर में कैंसर पीड़ितों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित किया जा सके. आइए पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ के बारे में जानते हैं,
पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ का इतिहास और महत्व –
हर वर्ष दुनियाभर में लगभग 82 लाख लोग कैंसर से अपनी जान देते हैं, जिसमें पैंक्रियाटिक कैंसर के केस काफी ज्यादा हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि आज भी अधिकतर लोग पैंक्रियाटिक कैंसर की गंभीरता के प्रति जागरूक नही हैं. ऐसे में पैंक्रियाटिक कैंसर जागरूकता माह पहली बार वर्ष 2000 में मनाया गया और उसी वर्ष से इसे बैंगनी रंग के रिबन के साथ मेडिकल कैलेंडर पर पैंक्रियाटिक कैंसर जागरूकता के लिए दर्शाया जाता है.
पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ 2022 की थीम –
पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ 2022 की शुरुआत हो चुकी है, जिसकी इस वर्ष थीम “इट्स अबाउट टाइम” है. जिससे बताया गया है कि पैंक्रियाटिक कैंसर को वक्त रहते स्क्रीनिंग यानी जांच के माध्यम से पता लगाया जा सकता है. साल 2022 की थीम “इट्स अबाउट टाइम” का उद्देश्य लोगों को पैंक्रियाटिक कैंसर की कॉम्प्लिकेशंस, लक्षण और निदान के बारे में सही तरह शिक्षित करना है.
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पैंक्रियाटिक कैंसर अवेयरनेस मंथ का महत्व –
हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स के अनुसार पैंक्रियाटिक कैंसर एक बेहद गंभीर स्थिति है. ये पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से प्रभावित करती है, ऐसे में इसके बढ़ते प्रभाव को देखकर लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है. इस परिवर्तन को देखते हुए दुनिया भर में 2030 तक कैंसर रेट कम होने की संभावना मानी जा सकती है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2022, 14:00 IST