Myositis: गंभीर बीमारी मायोसाइटिस से जूझ रही हैं एक्ट्रेस समांथा रुथ, जानिए क्या है इसके लक्षण और इलाज


हाइलाइट्स

मायोसाइटिस शरीर में होने वाली एक दुर्लभ स्थिति है. मायोसाइटिस कई तरह के होते हैं.
समांथा रुथ को रिजुवेनेशन और इम्यूनिटी बूस्टिंग थेरेपी दी जा रही है.

Myositis symptoms and causes: फैमिली मैन-2 में दमदार अभिनय से उत्तर भारत के दर्शकों में अपनी जगह बनाने वाली दक्षिण की मशहूर अभिनेत्री समांथा रूथ प्रभु को मायोसाइटिस है. समांथा रुथ मायोसाइटिस का इलाज आयुर्वेद पद्धति से करा रही हैं. मायोसाइटिस के बारे में समांथा रुथ ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव शेयर किया है. इस साल की शुरुआत से ही समांथा रुथ मायोसाइटिस के कारण परेशान हैं. समांथा मायोसाइटिस के कारण असहनीय दर्द का सामना कर रही हैं. इंडिया ग्लिट्स के मुताबिक समांथा रुथ इस समय मायोसाइटिस का इलाज कराने के लिए हैदराबाद में हैं, जहां वे आयुर्वेद के विशेषज्ञ से परंपरागत आयुर्वेद पद्धति से इलाज करा रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक समांथा रुथ को रिजुवेनेशन और इम्यूनिटी बूस्टिंग थेरेपी दी जा रही है.

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क्या है मायोसाइटिस
ब्रिटिश हेल्थ मिनिस्ट्री की वेबसाइट एनएचएस के मुताबिक मायोसाइटिस शरीर में होने वाली एक दुर्लभ स्थिति है. मायोसाइटिस कई तरह के होते हैं. मुख्य रूप से मायोसाइटिस में मांसपेशियां बहुत कमजोर होने लगती है और इनमें बहुत अधिक दर्द होने लगता है. मायोसाइटिस होने पर मरीज चलने के दौरान लड़खड़ाने लगता है. कभी-कभी गिर भी सकता है. यहां तक कि खड़े होने पर भी अत्यधिक थकान महसूस करता है. दरअसल, मायोसाइटिस इम्यून सिस्टम के कारण ही होता है. कुछ स्थितियों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जिसे इम्यून सिस्टम कहते हैं, अपनी ही स्वस्थ्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है. इसलिए इस तरह की स्थिति ऑटोइम्यून कंडीशन कहते हैं.

मायोसाइटिस के प्रकार
मायोसाइटिस कई प्रकार के होते हैं. पॉलिमायोसाइटिस में शरीर के कई मसल्स प्रभावित होते हैं. खासकर शॉल्डर, हिप्स और थाई. सामान्यतया यह स्थिति महिलाओं में ज्यादा होती है. डर्मेटोमायोसाइटिस में भी मसल्स प्रभावित होते हैं और इसके कारण स्किन पर रेशेज आ जाते हैं. यह भी ज्यादातर महिलाओं में ही होता है खासकर किशोर उम्र की लड़कियों में. वहीं इंक्लूजन बॉडी मायोसाइटिस में थाई बहुत कमजोर हो जाता है. इसके अलावा कलाई की मांसपेशिया और घुटने के नीचे के मसल्स प्रभावित होते हैं. ये कंडीशन पुरुषों में ज्यादा होती है.

मायोसाइटिस के लक्षण Symptoms of myositis
तीनों तरह के मायोसाइटिस में मसल्स बहुत कमजोर हो जाते हैं. पोलीमायोसाइटिस की स्थिति में मसल्स में बहुत दर्द होता है और हमेशा थकान रहता है. वहीं बैठने में दिक्कत होती है और खड़े होने पर गिरने का डर रहता है. इसमें सूजन की समस्या होती है. मन दुखी रहता है और मरीज डिप्रेशन का शिकार हो जाता है. वहीं डर्मेटोमायोसाइटिस में पॉलीमायोसाइटिस के सारे लक्षण के अलावा रेशेज भी होते हैं. इसमें मसल्स कमजोर होने से पहले रेड, पर्पल या डार्के रेशेज होने लगते हैं.

क्या है इलाज Treating myositis
मायोसाइटिस के इलाज के लिए एक्सरसाइज सबसे बेहतरीन है. फिजियोथेरेपी की मदद से अलग-अलग मायोसाइटिस के लिए अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करनी जरूरी है. इसके अलावा डॉक्टर स्टेरॉयड देकर भी पॉलीमायोसाइटिस और डर्मेटोमायोसाइटिस का इलाज करते हैं. कुछ मामलों में एंटी-रूमेटिक ड्रग दी जाती है. इसके अलावा इम्यूनोग्लोबोलिन थेरेपी दी जाती है. इसमें हेल्दी एंटीबॉडीज का इंजेक्शन लगाया जाता है ताकि खराब एंटीबॉडी जो इम्यून को नुकसान पहुंचा रहा है, उसे रोका जा सके. हालांकि इन सारी थेरेपी या दवा डॉक्टरों की देखरेख में ही ली जानी चाहिए.

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