Mehsana Vidhansabha Seat: भाजपा के गढ़ में नितिन पटेल की गैरमौजूदगी बिगाड़ सकती है चुनावी समीकरण


हाइलाइट्स

मेहसाणा जिले में पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का असर माना जाता है.
पटेल के चुनाव नहीं लड़ने से मेहसाणा में भाजपा को नुकसान हो सकता है.
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होगा.

मेहसाणा. गुजरात में 182 सीटों पर दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर है. क्योंकि एक तरफ आम आदमी पार्टी पहली बार गुजरात में चुनाव लड़ रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी गुजरात को एक बार फिर अपने पाले में करने की कोशिश में जुटी है. जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी हर एक चीज का खयाल रख रही है. चाहे वो चुनाव प्रचार हो या उम्मीदवारों को टिकट देना. इस बार भाजपा के कई बड़े नेताओं ने उम्मीदवारों की लिस्ट आने से पहले ही चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया, जिनमें पूर्व सीएम विजय रूपाणी के साथ-साथ मेहसाणा विधानसभा से विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल प्रमुख हैं.

मेहसाणा जिले में है पीएम मोदी का गांव
मेहसाणा जिला उत्तर गुजरात की सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक गतिविधि का केंद्र स्थान माना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गांव वडनगर मेहसाणा जिले में ही आता है. इस जिले में सात विधानसभा सीटें हैं. 2017 के पाटीदार आंदोलन के बाद भाजपा को इस जिले में भारी नुकसान हुआ था. इस जिले में हार-जीत पाटीदार, ठाकोर, चौधरी और पटेल ही तय करते हैं. जिले का मुख्यालय मेहसाणा विधानसभा सीट से हर वक्त दिग्गज नेता अपनी किस्मत आजमाते रहे हैं.

पूर्व उपमुख्यमंत्री का टिकट काट भाजपा ने दूसरे व्यक्ति को दिया
1990 में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. तब से यह सीट अधिकांश तौर पर भाजपा के कब्जे में ही रही है. साल 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में गुजरात के पहले उपमुख्यमंत्री रहे नितिन पटेल ने जीत हासिल की थी. हालांकि पाटीदार आंदोलन के वक्त महज 7000 वोटों से ही नितिन पटेल को जीत मिली थी. इस चुनाव में नितिन पटेल नदारद हैं और उनकी जगह पर भाजपा ने मुकेश पटेल को टिकट दिया है.

मेहसाणा विधानसभा पर त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं कांग्रेस ने पीके पटेल को उम्मीदवार बनाया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने पाटीदार चेहरे पर दांव लगाया है. मेहसाणा विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. इस विधानसभा में कुल 23 फीसदी पाटीदार मतदाता, 16 फीसदी ठाकोर, 6 फीसदी मुस्लिम, 11 फीसदी दलित, 14 फीसदी ओबीसी, 4 फीसदी क्षत्रिय और 12.9 फीसदी अन्य जाति के लोग हैं. कई मीडिया रिपोर्ट में यह कहा जा रहा है कि मेहसाणा में नितिन पटेल की गैरमौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी को जिले की सात विधानसभा सीटों पर भारी नुकसान सहना पड़ सकता है.

Tags: Gujarat Assembly Election, Nitin Patel



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