देहरादून. देश में टीबी उन्मूलन के लिए उत्तराखंड सहित सभी राज्यों में ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ चल रहा है. इस अभियान को सफल बनाने की दिशा में उत्तराखंड दूसरे नंबर पर है. जबकि पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में टीबी मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है और निक्षय मित्र मरीजों का खास ख्याल रखते हैं.
देहरादून के सीनियर डीटीओ मनोज वर्मा ने जानकारी दी कि वैसे तो पहले से ही टीबी से लड़ने के लिए सरकारी अस्पतालों में मरीज मुफ्त में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन मरीजों को रिकवर होने के लिए न सिर्फ दवाइयों की जरूरत होती है बल्कि जरूरी न्यूट्रिशन की भी आवश्यकता होती है, जो निम्न वर्ग के लोगों को आर्थिक तंगी के चलते नहीं मिल पाता है. ऐसे में हम सभी लोगों ने टीबी के खिलाफ अभियान छेड़ा है जिसमें जांचें बढ़ाई गई हैं. वहीं निक्षय मित्र भी काम कर रहे हैं.
मनोज वर्मा ने बताया कि समाज के अलग-अलग हिस्सों से लोग सामाजिक सेवा के भाव से इस अभियान में जुड़ रहे हैं, जिनमें कई अधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने जानकारी दी कि निक्षय मित्र मरीजों को प्रति माह राशन किट प्रदान करते हैं. इसके अलावा वे मानसिक तौर पर भी उन्हें मजबूत करते हैं.
निक्षय मित्रों ने 1014 लोगों को लिया गोद
मनोज वर्मा ने जानकारी दी कि अब तक करीब 548 निक्षय मित्रों ने 1014 लोगों को गोद लिया है और वह उनकी टीबी से जंग लड़ने में मदद कर रहे हैं. इसके अलावा जिले भर में 21 बलगम जांच केंद्र हैं और सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीबी का इलाज उपलब्ध है.
निक्षय पोषण योजना भी करती है आर्थिक मदद
टीबी से लड़ रहे मरीजों को आर्थिक मदद देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलाई जा रही है. इसके तहत मरीज ऑनलाइन पंजीकरण करवाकर 500 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकता है. निक्षय पोषण योजना की आधिकारिक वेबसाइट www.nikshay.in पर जाकर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : November 26, 2022, 13:14 IST