Cardiac arrest, Heart Attack, Heart Failure Difference an Symptoms : जानें- कार्डियक अरेस्ट, हार्ट अटैक और हार्ट फेल्योर में अंतर के साथ इनके लक्षण


हाइलाइट्स

कार्डियक अरेस्ट में अचानक दिल ठीक से धड़कना बंद कर देता है.
हार्ट अटैक एक सर्कुलेशन प्रॉब्लम है.
हार्ट फेल्योर में हार्ट की पंप करने की गति कम हो जाती है.

Cardiac arrest, Heart Attack, Heart Failure Difference an Symptoms : हृदय रोग से बड़ी संख्या में दुनिया भर में लोगों की जान जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि सभी हृदय रोग (Heart Disease) एक जैसे नहीं होते हैं. हृदय रोग ब्लड ट्यूब, हृदय की मांसपेशियों और वाल्वों और शरीर के अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करता है. हृदय रोगों के लिए लंबे समय तक उपचार की आवश्यकता हो सकती है. कभी-कभी यह अचानक गंभीर भी हो सकता है.

CNN के अनुसार अमेरिका के मशहूर फुटबॉलर 24 वर्षीय डैमार हैमलिन (Damar Hamlin) को सोमवार रात खेल के पहले क्वार्टर के दौरान दिल का दौरा पड़ा और वह अचानक मैदान पर गिर पड़े. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनके कार्डियक अरेस्ट का कारण क्या था. बता दें कि हाल के दिनों में दुनिया भर में हृदय रोग पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest), हार्ट अटैक (heart attack) और हार्ट फेलियर (heart failure) क्या है. अगर नहीं तो या आपके लिए काम की खबर है. 

क्या है कार्डियक अरेस्ट? (What is Cardiac Arrest)
कार्डियक अरेस्ट में अचानक दिल ठीक से धड़कना बंद कर देता है. एक इलेक्ट्रिकल इशू के कारण हमारा हार्ट ब्लड पंप करना बंद कर देता है. इससे हमारे सेल्स को आवश्यक ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है. सेल्स में ऑक्सीजन की कमी के कारण अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है और यह जानलेवा स्थिति है. इसमें तुरंत मदद मिल जाए तो रोगी के बचने की संभावना बढ़ जाती है.

ऐसे समय में यदि रोगी को CPR दी जाए तो थोड़ी राहत मिल जाती है. कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक के समान नहीं है. हालांकि हार्ट अटैक सहित लगभग कोई भी ज्ञात हृदय स्थिति कार्डिएक अरेस्ट का कारण बन सकती है. यह दुर्लभ है, लेकिन यह ज्यादातर खेल के दौरान लड़कों और युवा पुरुषों में होता है.

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ये हैं कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण
-कार्डिएक अरेस्ट का सबसे मुख्य लक्षण बेहोशी है
-कई बार व्यक्ति कार्डिएक अरेस्ट से पहले निम्न संकेतों को महसूस कर सकता जैसे
-असामान्य हार्ट बीट
-चेस्ट पैन
-जी मिचलाना या उल्टी होना
-सांस लेने में दिक्कत
-सिर चकराना या चक्कर आना

क्या है हार्ट अटैक?
कार्डियक अरेस्ट के विपरीत, हार्ट अटैक एक सर्कुलेशन प्रॉब्लम है. ब्लड क्लॉटिंग होने या हार्ट में ब्लड सप्लाई की कमी से हार्ट अटैक की स्थिति बनती है. हार्ट अटैक अधिकतर कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज के कारण होता है. डॉक्टर इसे मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (myocardial infarction) भी कहते हैं. कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज हार्ट को गंभीर नुकसान पहुंचाता है.

ये हैं हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
वैसे तो हार्ट अटैक के लक्षण अचानक से सामने आते हैं. लेकिन कई बार कुछ हल्के-फुल्के लक्षण कई दिनों या हफ्ते पहले महसूस हो सकता है. हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग देखने को मिल सकता है, जैसे-
-बेचैनी और चेस्ट पेन
-टूटकर पसीना आना
-हार्ट बीट तेज होना
-सांस लेने में परेशानी
-चक्कर आना
-हाथों, पीठ, गर्दन, जबड़े और पेट में दर्द होना और तेज जलन महसूस होना

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क्या है हार्ट फेल्योर? (What is Heart Failure))
हार्ट फेल्योर उस स्थिति को कहा जाता है, जब हार्ट यानी हृदय शरीर के अन्य अंगों तक पर्याप्त मात्रा में रक्त पहुंचाने का कार्य सही तरीके से नहीं कर पाता है. इस स्थिति में हार्ट की पंप करने की गति कम हो जाती है. हार्ट फेल्यॉर की स्थिति में हार्ट के दाईं या बाईं तरफ इसका असर दिख सकता है. या फिर दोनों तरफ यह प्रभाव डाल सकता है. इसके लक्षण अचानक ही दिखाई पड़ते हैं.

हार्ट फेल्योर के ये हैं लक्षण (Symptoms of Heart Failure)
-दिल की धड़कनों का अचानक से बढ़ जाना
-लगातार खांसी रहना
-गर्दन की नसों में उभार
-सांस लेने में समस्या होना
-बहुत अधिक थकान होना
-पैरों में सूजन की समस्या होना
-पल्स रेट का अनियमित रहना
-वजन का अचानक से बढ़ जाना

Tags: Cardiac Arrest, Heart attack, Heart Disease



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