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योटा किर्लोस्कर मोटर समग्र कार्बन उत्सर्जन में कटौती के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हाइब्रिड वाहनों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, वहीं भविष्य में उसकी देश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) लाने की भी योजना है। कंपनी के वाइस चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर ने यह कहा। कंपनी ने अपने लोकप्रिय बहुउद्देश्यीय वाहन इनोवा का नया हाइब्रिड संस्करण इनोवा हाइक्रॉस शुक्रवार को बाजार में उतारा है
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर समग्र कार्बन उत्सर्जन में कटौती के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हाइब्रिड वाहनों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, वहीं भविष्य में उसकी देश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) लाने की भी योजना है। कंपनी के वाइस चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर ने यह कहा।
कंपनी ने अपने लोकप्रिय बहुउद्देश्यीय वाहन इनोवा का नया हाइब्रिड संस्करण इनोवा हाइक्रॉस शुक्रवार को बाजार में उतारा है।
विक्रम किर्लोस्कर से सवाल किया गया कि ऐसे समय जब भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवीएस) पैर जमा रहे हैं तब टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की हाइब्रिड वाहनों पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति क्यों है,
इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि देश का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। आपको इसे समग्र रूप से और वैज्ञानिक आधार पर देखना होगा और हम यही कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के मौजूदा निम्न स्तर को देखते हुए कहा जा सकता है कि ऐसा जरूरी नहीं कि बिजली से चलने वाले वाहन कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य को पूरा कर पाएंगे।
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किर्लोस्कर ने कहा, भारत में नवीकरणीय बिजली 50-60 प्रतिशत से अधिक होने लगेगी तो निश्चित रूप से सब बिजली आधारित होगा. हम भी इलेक्ट्रिक वाहन ला सकते हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 30 सितंबर, 2022 तक भारत की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता में कुल जीवाश्म ईंधन 57.9 प्रतिशत और गैर-जीवाश्म ईंधन 42.1 प्रतिशत है।
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