शुरुआत से ही करेंगे ये 5 एक्सरसाइज और बरतेंगे 3 सावधानियां हमेशा घुटने रहेंगे मजबूत – 5 exercises for knee strengthening and precautions in hindi – News18 हिंदी


हाइलाइट्स

घुटनों में अक्सर चोट लगने की वजह से दर्द होने लगता है.
कभी कभी ज्यादा काम की वजह से भी घुटने दर्द करते है.
ऐसे में सही एक्सरसाइज से घुटनों का दर्द कम किया जा सकता है.

Exercises for knee strengthening- घुटने हमारे रोज की दिनचर्या में महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं. खुद ही सोचिए अगर घुटने काम ना करें तो क्या आप उठ बैठ तक पाएंगे. लेकिन उम्र बढ़ने के साथ साथ घुटने कमजोर होने लगते हैं औऱ उनकी ग्रीसिंग होने की वजह से उनकी मूवमेंट में दिक्कत होने लगती है. घुटने के दर्द और उससे जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए जरूरी है कि बॉडी को एक्टिव रखा जाए और नियमित तौर पर एक्सरसाइज यानी व्यायाम किया जाए. एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के 19.5 फीसदी वयस्क लोग घुटनों में दर्द की शिकायत करते हैं. घुटनों का दर्द, मोटापे, चोट, गलत पॉश्चर, अर्थराइटिस, ज्यादा काम, आराम की कमी और उम्र के लक्षणों के चलते होता है. सही एक्सरसाइज और व्यायाम के बल पर इस दर्द को कम किया जा सकता है और घुटनों को मजबूत बनाया जा सकता है.चलिए जानते हैं वो एक्सरसाइज जो घुटनों को मजबूत करती हैं. ये सभी एक्ससाइज कमजोर घुटनों को मजबूत करती है और घुटने में खून का प्रवाह तेज करके मांसपेशियों खासकर हेमस्ट्रिंग (हिप से लेकर घुटने तक जांघों के पीछे मौजूद मांसपेशी) को मजबूत करने का काम करती है. 

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लेग ग्लूट ब्रिज
स्टाइल क्रेज के मुताबिक इस व्यायाम से घुटने मजबूत होते हैं और उनकी जरूरी स्टेचिंग होती है. इसे करने से हेमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से पर प्रेशर पड़ता है जो घुटनों को मजबूत करने और हील करने में मदद करता है. 

चेयर नी एक्सटेंशन
इस व्यायाम से घुटनों में दर्द कम होता है क्योंकि वहां जमे खून का प्रवाह इस एक्सरसाइज से बढ़ जाता है. चेयर नी एक्सटेंशन से घुटने की मांसपेशियां मजबूत और एक्टिव होती हैं. 

स्टैंडिंग हैमस्ट्रिंग कर्ल
इस व्यायाम से घुटने मजबूत होते हैं और इसे करने से घुटनों के पीछे की नसें खुल जाती है. ये एक्सरसाइज घुटनों के पीछे की नसों के लिए हैं और ये घुटनों को मजबूत बनाती है. 

वाल स्क्वाट
यह एक्सरसाइज घुटने के पीछे की मासपेंशियों को मजबूत करती है और अगर चोट लगी है तो उसे हील करती है. इसे करने से हैमस्ट्रिंग और कूल्हे मजबूत होते हैं जिससे घुटनों पर ज्यादा दबाव की स्थिति नहीं आती. वाल स्क्वाट एक्सरसाइज घुटनों में खून के प्रवाह को तेज करती है. 

नी मार्चिंग
अगर घुटनों में चोट लगी है तो इसके लिए नी मार्चिंग बेहद लाभदायक है. इसके अलावा ये कूल्हों और घुटनों को मजबूत करती है तथा घुटनों की मांसपेशियों को भी एक्टिव रखती है जिससे घुटने जाम होने की नौबत नहीं आती. 

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एक्सरसाइज करते वक्त बरती जाने वाली सावधानियां –

  • अगर घुटने जाम हो गए हैं  या जोड़ों में दिक्कत हो रही है तो जिम जाना बंद कर दें. दरअसल जिम की मशीन पर व्यायाम करने से घुटनों के जोड़ों पर जरूरत से ज्यादा दबाव पड़ता है जिससे घुटने अपना आकार खो बैठते हैं और उनका दर्द बढ़ जाता है. 
  • अगर घुटने में दर्द हो रहा है तो फुल-आर्क, फुल-डीप लंग्स, डीप स्क्वैट्स और हर्डलर के स्ट्रेच जैसी एक्ससाइज करने की कोशिश ना करें. ये घुटने के दर्द को और बढ़ा सकती हैं. कई बार इन एक्सरसाइज को करने के घुटने ठीक होने की बजाय और परेशान करने लगते हैं. 
  • अगर घुटने में दर्द है तो कूदने वाली एक्सरसाइज को बिलकुल भी ना करें. इससे घुटनों पर दबाव पड़ता है औऱ अगर पहले से चोट लगी है तो वो ज्यादा खतरनाक हो सकती है. 

Tags: Health, Lifestyle, Yoga



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