विपणन वर्ष 2022-23 में 15 मार्च तक चीनी उत्पादन मामूली घटकर 2.81 करोड़ टन पर


चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में लगभग 336 चीनी मिलें चालू थीं, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में चालू चीनी मिलों की संख्या 438 थी।

देश का चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष में 15 मार्च तक मामूली कमी के साथ दो करोड़ 81.8 लाख टन रह गया। उद्योग निकाय इस्मा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
विपणन वर्ष 2021-22 की समान अवधि में चीनी उत्पादन दो करोड़ 84.5 लाख टन का हुआ था।
चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में लगभग 336 चीनी मिलें चालू थीं, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में चालू चीनी मिलों की संख्या 438 थी।

उद्योग निकाय ने बयान में कहा, एथनॉल उत्पादन के लिए उपयोग (डायवर्जन) के बाद देश का चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष 2022-23 के अक्टूबर-15 मार्च के दौरान दो करोड़ 81.8 लाख टन था।
देश में चीनी के प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में उत्पादन चालू विपणन वर्ष में अक्टूबर से 15 मार्च के दौरान घटकर एक करोड़ 1.9 लाख टन रहा, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह एक करोड़ नौ लाख टन था।

इस्मा ने बयान में कहा कि देश के तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में भी उत्पादन मामूली गिरावट के साथ 53.5 लाख टन रह गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 55.4 लाख टन का हुआ था।
देश में चीनी के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन चालू विपणन वर्ष में 15 मार्च तक मामूली रूप से बढ़कर 79.6 लाख टन का हुआ, जो एक साल पहले की समान अवधि में 78.3 लाख टन रहा था।
अन्य राज्यों में उत्पादन पहले के 41.8 लाख टन की तुलना में थोड़ा बढ़कर 46.8 लाख टन का हुआ।

इस्मा ने कहा कि उक्त अवधि में लगभग 31.1 लाख टन चीनी को एथनॉल उत्पादन के लिए उपयोग में लाया गया है।
जनवरी में इस्मा ने अक्टूबर, 2022 में जारी 3.65 करोड़ टन के अपने पहले के अनुमान के मुकाबले वर्ष 2022-23 के लिए अपने चीनी उत्पादन अनुमान को घटाकर 3.4 करोड़ टन कर दिया।
विपणन वर्ष 2021-22 में चीनी उत्पादन 3.58 करोड़ टन का हुआ।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *