मेंटल हेल्थ के साथ-साथ शारीरिक हेल्थ के लिए घातक है तनाव, बढ़ सकता है ब्लड शुगर


Stress Affect Blood Sugar: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव होना आम बात है. तनाव अगर कुछ समय के लिए रहे तो उससे ज्यादा नुकसान नहीं है लेकिन यदि तनाव लंबे समय तक रहे तो यह मेंटल हेल्थ के साथ साथ शारीरिक हेल्थ को भी गहरा नुकसान पहुंचाता है. तनाव का असर हमारे ब्लड शुगर पर भी असर डालता है. जब हम तनाव की मुद्रा में होते हैं तो तनाव वाले हार्मोन रिलीज होने लगते हैं जिससे इंसुलिन का स्तर गिर जाता है और इस बदलाव से ब्लड शुगर बढ़ने लगती है.

वेरीवेल माइंड की खबर के अनुसार तनाव आपके डायबिटीज कंट्रोल के नियम को और कठिन बना सकता है. तनाव की वजह से हमारी नींद प्रभावित होती है और ये दोनों ही महारी याददाश्त पर असर डालते हैं. आइए जानते हैं तनाव और मुधमेह के बीच क्या संबंध है.

तनाव और डायबिटीज के बीच संबंध
तनाव चाहे भावनात्मक हो या फिर शारीरिक दोनों तरह से नुकसानदेह होता है. भावनात्मक तनाव को हम गुस्सा, घबराहट डर, उत्साह के रूप में महसूस करते हैं. वही दूसरी तरफ शारीरिक तनाव में किसी प्रकार की बीमारी, दर्द या फिर चोट हो सकती है.

तनाव की वजह से कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है जिससे इंसुलिन का स्तर गिर जाता है. तनाव के दौरान शरीर को ऊर्जा की जरूरत पड़ती है इसलिए तनाव के दौरान एड्रिनल ग्रंथि में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है जिससे ऊर्जा की जरूरत पूरी होती है. हाई ब्लड शुगर लेवल लगातार बने से शारीरिक क्रियाओं में भी बाधाएं आती हैं और साथ ही ब्लड वेसल्स भी खराब हो जाती हैं क्योंकि स्ट्रेस से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है.

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तनाव होने कारक
कई ऐसे कारक हैं जो तनाव से संबंधित ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा देते हैं. जिन लोगों में अवसाद का इतिहास है उनमें भी तनाव बढ़ने की संभावना अधिक होती है. कई बार काम की वजह से भी तनाव का लेवल बढ़ जाता है. कभी कभार पुरानी बुरी आदतें या फिर किसी प्रकार का आघात भी तनाव के स्तर को बढ़ाने का एक बड़ा कारक हो सकता है.

तनाव से डायबिटीज में होने पर दिखते हैं ये लक्षण
रक्त शर्करा में बदलाव अच्छे नहीं होते कभी कभी वे खतरनाक हो सकते हैं. अगर आप तनाव में रहते हैं तो आपको अपने हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर सलाह लेनी चाहिए. तनाव की वजह से ब्लड शुगर होने पर संकेत मिल संकेत मिल सकते हैं..

  • तेज धड़कन होना और सांस का तेज चलना
  • मुंह और त्वचा का सूखना
  • सामान्य से अधिक बार पेशाब जाना
  • फल की महक आना
  • जी मचलाना
  • पेट दर्द होना
  • सिर में दर्द होना
  • मांसपेशियों का अकड़ना

Tags: Lifestyle, Mental health



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