मंगलुरु ब्लास्ट: आरोपी बड़े आतंकी संगठन से प्रभावित था, पुलिस ने कहा- यूएपीए में गिरफ्तार हो चुका था शारिक – adgp alok kumar says mangaluru blast accused sharik influenced by big terror group booked under uapa – News18 हिंदी


हाइलाइट्स

मंगलुरु ब्लास्ट में पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
आरोपी शारिक पहले से ही यूएपीए केस में फंसा था
विस्फोट की जांच के लिए पुलिस की 5 टीमों का गठन

मंगलुरु. कर्नाटक के एडीजीपी आलोक कुमार ने सोमवार को कहा कि मंगलुरु ऑटोरिक्शा ब्लास्ट का आरोपी शारिक पहले यूएपीए केस में शामिल था और फरार हो गया था. उन्होंने कहा कि आरोपी के उस आतंकी संगठन से संबंध हैं, जो पूरे विश्व में फैला है. उन्होंने कहा, ‘हम कह सकते हैं कि आरोपी की गतिविधि उस आतंकी संगठन से प्रभावित है, जिसके तार पूरे विश्व में फैले हुए हैं. इसलिए उसने इस घटना को अंजाम दिया.’

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने कहा, एक यात्री के पास एक बैग था. उस बैग में कुकर बम था. उसमें ब्लासट हुआ, जिसकी वजह से यात्री और ऑटोरिक्शा चलाने वाले घायल हो गए. ऑटोरिक्शा ड्राइवर की पहचान पुरुषोत्तम पुजारी के रूप में हुई है, जबकि यात्री की पहचान शारिक के रूप में हुई है. कुमार ने यह बातें मीडिया से उस वक्त कहीं, जब वह घटना स्थल से मिली चीजों को उसके सामने रख रहे थे.

आरोपी के घर से मिली कई विस्फोटक चीजें
एडीजीपी कुमार ने कहा कि शारिक पहले से ही तीन केस में आरोपी है. उनमें से दो घटनाएं मंगलुरु में हुईं, जबकि एक शिवामोगा में हुई. दो केस में वह यूएपीए एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया, जबकि तीसरे केस में वॉन्टेड था. आरोप शारिक लंबे समय से फरार था. आलोक कुमार ने यह भी कहा कि शारिक फर्जी आधार कार्ड लेकर चल रहा था. कार्ड में उसने खुद को सरकार अधिकारी दिखाया था. गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए मैसूर में छापा मारा. पुलिस ने यहां लोक नायक नगर में स्थित शारिक के घर की तलाशी ली. यहां से पुलिस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक, सल्फर, फासफोरस, माचिस, पेंच और तारें मिलीं.

पुलिस की 5 टीमें कर रहीं जांच
उन्होंने कहा कि हमें पता चला कि शारिक ने कुछ चीजें ऑनलाइन और कुछ चीजें ऑफलाइन मंगाई. हम इसकी और जांच कर रहे हैं. शारिक के साथ दो लोग और भी थे, जो फिलहाल फरार हैं. उन्होंने कहा कि शारिक अन्य तीन लोगों के भी संपर्क में था, लेकिन फिलहाल उनकी पहचान करना बाकी है. इस मामले की जांच और नेटवर्क का पता लगाने के लिए पुलिस की 5 टीमों का गठन किया गया है. शारिक को नियंत्रित करने वाला हैंडलर अराफात अली है. वह दो केस में नामजद है. अली मुसव्विर हुसैन के संपर्क में था. हुसैन अल-हिंद केस में आरोपी है. इसके अलावा अब्दुल मतीन ताहा का नाम भी केस में है. ताहा शारिक का मुखिया है. इसके अलावा भी शारिक दो अन्य लोगों के संपर्क में था.

Tags: Karnataka News, Terror Attack



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *