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अंतरराष्ट्रीय भर्ती एवं स्टाफ प्रबंधन कंपनी एनएलबी सर्विसेज ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि 5जी नेटवर्क का विस्तार होने से तकनीकी क्षमता वाली नौकरियों के साथ ही गैर-विशेषज्ञता वाली नौकरियों की संख्या भी दूरसंचार क्षेत्र में बढ़ेगी।
अत्यधिक उच्च गति वाली दूरसंचार सेवा देने में सक्षम 5जी नेटवर्क का इस साल देश भर में प्रसार होने के साथ ही दूरसंचार क्षेत्र में नौकरियों की संख्या बढ़ सकती है। एनएलबी सर्विसेज की एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।
अंतरराष्ट्रीय भर्ती एवं स्टाफ प्रबंधन कंपनी एनएलबी सर्विसेज ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि 5जी नेटवर्क का विस्तार होने से तकनीकी क्षमता वाली नौकरियों के साथ ही गैर-विशेषज्ञता वाली नौकरियों की संख्या भी दूरसंचार क्षेत्र में बढ़ेगी। इस तरह दूरसंचार क्षेत्र में होने वाली भर्तियों पर एक ‘सम्मिलित प्रभाव’ पड़ेगा।
बयान के मुताबिक, वर्ष 2021 की तुलना में बीते साल विशेषज्ञता वाली दूरसंचार प्रौद्योगिकी नौकरियों की संख्या करीब 20 प्रतिशत बढ़ी है। आने वाले साल में प्रौद्योगिकी पेशेवरों की मांग में रिकॉर्ड 25-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
एनएलबी सर्विसेज का अनुमान है कि आने वाले समय में 5जी नेटवर्क स्थापित होने से पैदा होने वाली नौकरियां सिर्फ दूरसंचार क्षेत्र तक ही सीमित नहीं रहेंगी।
उसने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल, खुदरा, विनिर्माण और वाहन जैसे क्षेत्रों में भी 5जी सेवाओं से जुड़ी गतिविधियों के संचालन के लिए प्रौद्योगिकी पेशेवरों की नियुक्ति होने लगेगी। दूरसंचार से इतर क्षेत्रों में डेटा साइंटिस्ट और साइबर-सुरक्षा पेशेवरों की मांग बढ़ेगी।
स्टाफिंग फर्म ने वर्ष 2022 को भारतीय दूरसंचार जगत के लिए एक ‘यादगार साल’ बताते हुए कहा कि इस साल 5जी का विचार एक हकीकत के रूप में बदलता हुआ दिखा। इससे रोजगार बाजार में भी तेजी आने की उम्मीद है।
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