हाइलाइट्स
रस्क रिफाइंड गेहूं के आटे या मैदा से बना होता है, जो अनहेल्दी होता है.
रस्क के सेवन से ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है.
इससे इंफ्लेमेशन की समस्या हो सकती है.
Rusk Side Effects: सुबह-सुबह गर्मा-गर्म चाय के साथ बहुत से लोग बिस्किट या फिर रस्क खाना पसंद करते हैं. एक साथ 4-5 रस्क खाने की आदत आपको भी है तो थोड़ा संभल जाएं और बदल लें अपनी ये रस्क खाने की आदत. ऐसा इसलिए, क्योंकि रस्क का सेवन आपकी सेहत को फायदा नहीं, बल्कि नुकसान पहुंचा सकता है. अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर इस सादे से रस्क में ऐसा क्या है, जो सेहत को नुकसान पहुंचाएगा. तो जान लीजिए कि रस्क जिस आटे से बनता है वो रिफाइंड होता है, इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और तो और फूड एडिटिव्स, एक्स्ट्रा ग्लूटेन और खराब क्वालिटी का तेल इस्तेमाल होता है. खासकर, लोकल क्वालिटी के रस्क के सेवन से तो बचना ही चाहिए. चलिए जानते हैं आखिर रस्क खाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
रस्क खाने से होने वाले सेहत को नुकसान
इंडियनएक्सप्रेस डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, रस्क में एक्स्ट्रा ग्लूटेन, सस्ते तेल, चीनी, रिफाइंड आटा, फूड एडिटिव्स आदि होते हैं, जो सेहत को सिर्फ नुकसान ही पहुंचाते हैं. रस्क के सेवन से ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है. इससे इंफ्लेमेशन की समस्या हो सकती है. यदि आप प्रतिदिन जल्दी-जल्दी रस्क का सेवन करते हैं तो इससे ग्लूकोज लेवल अस्थिर होता है, जो इंसुलिन रेसिस्टेंस का कारण बन सकता है.
इतना ही नहीं, इससे सिस्टेमिक इंफ्लेमेशन की समस्या होती है, जो शरीर में मेटाबॉलिक संबंधित समस्या भी हो सकती है. रस्क खाने से पेट में बैड बैक्टीरिया का विकास होता है. यह इम्यूनिटी पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है. पाचन सही से नहीं होता है. पोषक तत्वों का अवशोषण नहीं होता है, साथ ही फूड क्रेविंग्स भी बढ़ सकती है. आपके शरीर के हॉर्मोन को भी प्रभावित करता है. वजन बढ़ने की संभावना रहती है. शरीर में स्ट्रेस को बढ़ाता है, जिससे आलस सा महसूस होता है, इससे अधिक फूड क्रेविंग्स होने लगती है.
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रस्क में मौजूद सामग्री
रस्क में रिफाइंड गेहूं का आटा या मैदा होता है. साथ ही में चीनी, सूजी, रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल, आर्टिफिशियल फ्लेवर्स, फूड एडिटिव्स, प्रिजर्वेटिव्स आदि डाले जाते हैं. ये सभी सेहत को किसी ना किसी रूप में नुकसान पहुंचाते हैं. गेहूं के आटे को अत्यधिक प्रॉसेस्ड करके रिफाइंड गेहूं का आटा तैयार होता है, जिसका इस्तेमाल रस्क बनाने के लिए होता है. ऐसे में इसमें फाइबर, विटामिंस, मिनरल्स, चोकर कोई भी चीज नहीं बचता है. सिर्फ दो रस्क खाकर ही आप शरीर में चीनी के नाम पर एक्स्ट्रा कैलोरी खा लेते हैं.
ठीक उसी तरह से रिफाइंड ऑयल में भी किसी तरह के पोषक तत्व मौजूद नहीं होते हैं, क्योंकि इसे बनाने के लिए बहुत अधिक प्रॉसेस्ड किया जाता है. इस तरह के तेल के सेवन से शरीर में इंफ्लेमेशन होने का रिस्क बढ़ जाता है. कुछ रस्क सूजी से बनाए जाते हैं और इसमें भी फाइबर या अन्य न्यूट्रिएंट्स ना के बराबर होते हैं. आर्टिफिशियल फ्लेवर्स, फूड एडिटिव्स, प्रिजर्वेटिव्स में कई तरह के केमिकल्स होते हैं, जो सेहत के लिए अनहेल्दी होते हैं. रस्क को ब्राउन रंग देने के लिए इसमें ब्राउन फूड कलर का इस्तेमाल होता है, यह रंग भी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
बेहतर है कि रस्क खरीदने से पहले उसकी क्वालिटी देख लें. सौ प्रतिशत होल व्हीट या चोकरयुक्त गेहूं या सूजी से बना रस्क ही खरीदें.
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Tags: Health, Healthy food, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : January 04, 2023, 19:54 IST