कुलस्ते ने कहा कि सेल की 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की तीन परियोजनाओं में देरी हुई है


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सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी सेल की 1,564 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं में काम में धीमी प्रगति, मंजूरी मिलने में देरी जैसे कारणों की वजह से विलंब हो रहा है। यह जानकारी सोमवार को संसद को दी गई।

सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी सेल की 1,564 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं में काम में धीमी प्रगति, मंजूरी मिलने में देरी जैसे कारणों की वजह से विलंब हो रहा है। यह जानकारी सोमवार को संसद को दी गई।
इस्पात राज्यमंत्री, फग्गन सिंह कुलस्ते ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया, ‘‘तीन परियोजनाओं अर्थात बोकारो इस्पात संयंत्र में नए सिंटर प्लांट की स्थापना और सीओबी 8 के पुनर्निर्माण, तथा दल्ली खदानों में सीएसडब्ल्यू प्लांट के वाशिंग सर्किट में सुधार जैसे काम, मुख्य रूप से ठेकेदार द्वारा काम की धीमी प्रगति, कोविड के प्रभाव, जरूरी मंजूरी आदि प्राप्त करने में देरी के कारण विलंबित हुई हैं।’’

मंत्री के अनुसार, नए सिंटर प्लांट की स्थापना 1,111 करोड़ रुपये के निवेश से की जा रही है, जबकि झारखंड के बोकारो में सेल के इस्पात संयंत्र में 285 करोड़ रुपये के निवेश से कोक ओवन बैटरी (सीओए) 8 का पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
कुलस्ते ने उच्च सदन को सूचित किया कि भिलाई इस्पात संयंत्र में दल्ली खदानों के सीएसडब्ल्यू संयंत्र के वॉशिंग सर्किट में 168 करोड़ रुपये की लागत से एक और उन्नयन का काम चल रहा है।
इस्पात मंत्रालय के तहत आने वाली सेल देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी है, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता लगभग 2.1 करोड़ टन है।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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