किस ब्लड टेस्ट से किस बीमारी का चलता है पता? डायबिटीज, HIV,कैंसर, हार्ट डिजीज के भी खुल जाते हैं राज, देखिए लिस्ट


हाइलाइट्स

शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल 40 mg/dL से ज्यादा होना चाहिए जबकि बैड कोलेस्ट्रल 100 mg/dL से कम होना चाहिए.
बेसिक मेटाबोलिक पैनल टेस्ट से खून में 8 कंपाउंड का पता लगाया जाता है.

Blood Test Indicates Which Disease: खून हमारे शरीर का अभिन्न अंग है. अगर खून को शरीर से निकाल दिया जाए है तो हम एक मिनट में जिंदा नहीं रह सकते. हमारे शरीर में 96 हजार किलोमीटर की नसें हैं. इन नसों के रग-रग में खून दौड़ता रहता है. खून से शरीर का कतरा-कतरा जुड़ा है. खून लंग्स से ऑक्सीजन को पकड़कर शरीर के अंग-अंग में पहुंचाता रहता है. ऑक्सीजन के अलावा यह हर अंग तक पोषक तत्वों को भी पहुंचाता है. यही कारण है कि खून के अंदर शरीर की हर अच्छी-बुरी चीजों के राज छुपे होते हैं. अगर कोई बीमारी होती है तो इसका पहला राज खून में ही छुपा होता है. इसलिए ब्लड टेस्ट में सैकड़ों बीमारियों की पहचान हो जाती है.

ब्लड टेस्ट से कैंसर, हार्ट डिजीज, कोलेस्ट्रॉल, एचआईवी, डायबिटीज, ब्लड शुगर सहित कई बीमारियों का पता लगाया जा सकता है. इसलिए डॉक्टर साल में कम से कम एक बार ब्लड टेस्ट कराने की सलाह देते हैं. इससे बीमारियों को पहले पकड़ा जा सकता है.

किस टेस्ट से कौन सी बीमारी का पता चलता है

1.सीबीएस यानी कंपलीट ब्लड काउंट (CBS)
सीबीएस में 10 से ज्यादा बीमारियों का पता चलता है. इससे आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स, हीमोग्लोबिन सहित कई चीजों की जानकारी मिलती है. अगर इन चीजों में गड़बड़ियां होती है तो इससे विटामिन बी 6, विटामिन बी 12 की कमी का पता चलता है. इस टेस्ट से एनीमिया, ब्लड कैंसर, कई तरह के इंफेक्शन और इम्यून सिस्टम डिसोऑर्डर का पता लगाया जा सकता है.

2.बेसिक मेटाबोलिक पैनल-BMP
बेसिक मेटाबोलिक पैनल टेस्ट से खून में 8 कंपाउंड का पता लगाया जाता है. इससे कैल्शियम, ग्लूकोज, सोडियम, पोटैशियम, बायकार्बोनेट, क्लोराइड, ब्लड यूरिया नाइट्रोजन और क्रेटीनाइन का पता लगाया जाता है. इन चीजों से डायबिटीज, किडनी की बीमारी और हार्मोन असंतुलन का पता लगाया जा सकता है.

3. कंप्रीहेंसिव मेटाबोलिक पैनल -CMP
कंप्रीहेंसिव मेटाबोलिक पैनल में बेसिक मेटाबोलिक पैनल की सारी चीजें तो रहती ही हैं, इसके अलावा एल्ब्यूमिन, टोटल प्रोटीन, अल्कलाइन फॉस्फेट, बिलिरुबिन आदि का पता लगाया जाता है. इस टेस्ट से डायबिटीज, किडनी, हार्मोन असंतुलन के अलावा सिरोसिस, कैंसर, लिवर डैमेज, बाइल ब्लॉकेज, गॉलस्टोन, हेपटाइटिस, पेजेट डिजीज, कुछ हार्ट कंडीशन, गिल्बर्ट सिंड्रोम आदि का पता लगाया जाता है. जब किसी को कैंसर होता है तो उसके खून में कैंसर मार्कर वाला प्रोटीन जमा होने लगता है. लेकिन हर केस में ऐसा हो, जरूरी नहीं है. ब्लड टेस्ट से कैंसर का आभास होता है पूरी तरह कैंसर का पता लगाने के लिए अन्य टेस्ट किए जाते हैं.

4. लिपिड पैनल

इसे लिपिड प्रोफाइल टेस्ट भी कहते हैं. इससे हार्ट पर पड़ रहे सभी तरह के असर और जटिलताओं के बारे में पता लगाया जाता है. दरअसल, हृदय कुछ खास प्रकार के प्रोटीन और अन्य पदार्थों को खून में रिलीज करता है. खून टेस्ट से इन चीजों के बारे में पता लगाया जाता है. इनमें सबसे प्रमुख है कोलेस्ट्रॉल. इस टेस्ट से गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल का पता लगाया जा सकता है. शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल 40 mg/dL से ज्यादा होना चाहिए जबकि बैड कोलेस्ट्रल या एलडीएल 100 mg/dL से कम होना चाहिए.



5. थायरॉयड पैनल

थायरॉयड पैनल से टी-3, टी-4 और टीएसच हार्मोन के बारे में पता लगाया जाता है. थायरॉयड ग्लैड गर्दन के पास होता है. इसमें से निकले हार्मोन मूड, एनर्जी लेवल और ऑवऑल मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करता है. इसका थोड़ा बहुत भी कम ज्यादा होना घातक हो जाता है. शरीर में T3 का नॉर्मल रेंज 80 से 180ng/dL के बीच होना चाहिए. वहीं T4 0.8 से 1.8ng/dL होना चाहिए जबकि TSH का नॉर्मल रेंज 0.5 से 4 मिली इंटरनेशनल यूनिट प्रति लीटर होना चाहिए.

इसे भी पढ़ें-हार्ट को फौलाद बना देते हैं ये 4 योगाभ्यास, ब्लॉकेज का भी हो जाएगा काम तमाम, धमनी में ही सूख जाएगा कोलेस्ट्रॉल

इसे भी पढ़ें-4 फूड खाइए दो बीमारियों की टेंशन से एक साथ मुक्त हो जाइए, न होगा हार्ट अटैक न बढ़ेगा ब्लड शुगर, ये रहा तरीका

Tags: Blood, Health, Health tips, Lifestyle



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *