क्या आपका कभी-कभी ऑफिस में रोने का मन करता है? अगर हाँ तो आपको भारत के लिडिंग कॉस्मेटिक ब्रांड शुगर की सीईओ विनीता सिंह के द्वारा हाल ही में दिया गया इंटरव्यू सुनना चाहिए। इस इंटरव्यू में विनीता, महिलाओं के ऑफिस में रोने को नार्मल बनाने को लेकर बात करती नजर आ रही हैं।
क्या आपका कभी-कभी ऑफिस में रोने का मन करता है? अगर हाँ तो आपको भारत के लिडिंग कॉस्मेटिक ब्रांड शुगर की सीईओ विनीता सिंह के द्वारा हाल ही में दिया गया इंटरव्यू सुनना चाहिए। इस इंटरव्यू में विनीता, महिलाओं के ऑफिस में रोने को नार्मल बनाने को लेकर बात करती नजर आ रही हैं। विनीता ने इस इंटरव्यू का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया है। इंटरव्यू के वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, ‘चलो ऑफिस में रोना सामान्य करते हैं। यह आत्म अभिव्यक्ति है, ‘ब्रेकडाउन’ नहीं है, इसलिए कृपया ‘फ्रीक आउट’ न करें।’
विनीता ने आगे लिखा, ‘कृपया यह न सोचें कि आपको हमारे साथ अलग व्यवहार करने की आवश्यकता है क्योंकि हमने कुछ आँसू बहाए हैं। यह संचार का एक और रूप है और हम अब इसके बारे में शर्मिंदा महसूस नहीं करना चाहते हैं। और हम आम तौर पर नहीं चाहते कि आप इसके बारे में बहुत अधिक सहानुभूति रखें।’ बता दें, सुगर की सीईओ ने यह इंटरव्यू The BarberShop को दिया है। इसमें उन्होंने ऑफिस में महिलाओं के रोने को नार्मल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि रोना दर्द को दूर करने में मदद करता है और आपको मजबूती के साथ वापसी करने में मदद करता है।
Let’s normalise crying at workplace. It’s self expression, not a “breakdown”, so please don’t “freak out”. Please don’t stop giving us feedback. Please don’t think you need to treat us any differently. It’s just another form of communication we don’t need to be embarrassed about. pic.twitter.com/WdfYbFlnWS
— Vineeta Singh (@vineetasng) November 14, 2022
विनीता ने अपने फर्म का एक उदाहरण देते हुए कहा, ‘सीनियर मैनेजर ने मुझसे आकर कहा कि उन्हें महिलाओं को काम पर रखने के लिए संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि वह जब भी उन्हें उनके काम के बारे में फीडबैक देते हैं तो वह रोने लगती हैं और यह बहुत असहज हो जाती हैं।’ विनीता ने आगे बताया कि उन्होंने उनके सीनियर लीडर्स को यह समझाने के लिए प्रशिक्षित किया है कि रोना कई महिलाओं के लिए रियेक्ट करने का एक तरीका है।