एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नेताओं ने युद्ध की निंदा, मुक्त व्यापार की पैरोकारी की


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मेजबान थाईलैंड ने कहा कि 21 सदस्यों सें से ज्यादातर ने युद्ध की निंदा की। हालांकि, इस संबंध में किसी मत विभाजन को टालने की कोशिश भी की गई। गौरतलब है कि रूस और चीन भी एपीईसी के सदस्य हैं।

एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नेताओं ने यूक्रेन पर रूस के हमले को खत्म करने का आह्वान किया और साथ ही क्षेत्र की अर्थव्यवस्थाओं को टिकाऊ वृद्धि की ओर ले जाने का संकल्प लिया।
एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) मंच का शिखर सम्मेलन यहां शनिवार को प्रारंभ हुआ, जिसमें यह बात कही गई।
मेजबान थाईलैंड ने कहा कि 21 सदस्यों सें से ज्यादातर ने युद्ध की निंदा की। हालांकि, इस संबंध में किसी मत विभाजन को टालने की कोशिश भी की गई।
गौरतलब है कि रूस और चीन भी एपीईसी के सदस्य हैं।

चीन भी आमतौर पर मास्को की आलोचना से परहेज करता है।
इस मौके पर जारी घोषणा पत्र में युद्ध के मुद्दे पर मतभेदों को स्वीकार किया गया और कहा गया कि मंच मुख्य रूप से व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। साथ ही कहा गया कि एपीईसी ऐसे संघर्षों को हल करने का स्थान नहीं है।
घोषणा पत्र में यह भी कहा गया कि युद्ध और दूसरे सुरक्षा संबंधी मुद्दे वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए काफी अहमियत रखते हैं।
घोषणा पत्र में कहा गया कि अधिकांश सदस्यों ने यूक्रेन में युद्ध की कड़ी निंदा की और जोर देकर कहा कि यह अत्यधिक मानवीय पीड़ा और बढ़ती मुद्रास्फीति, आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं, खाद्य संकट और वित्तीय जोखिम की वजह बन रहा है।

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