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उन्होंने कहा, ‘व्यवस्था के साथ समझौता किया गया और नियामकीय निगरानी में गड़बड़ी थी। कंपनी का नियंत्रण कुछ लोगों के हाथ में था और वे इसे चलाने के लिहाज से अनुभवी नहीं थे। ऐसा लगता है कि उनके अपने हित भी थे।’
धराशायी हो चुकी क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार से जुड़ी कंपनी एफटीएक्स के नये मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जॉन रे (तीन) ने कहा कि उन्होंने कंपनी नियंत्रण के मामले में इतनी बड़ी विफलता पहले कभी नहीं देखी।
उन्होंने अमेरिका के डेलावेयर जिले के दिवालिया अदालत में दिये आवेदन में कहा कि एक भरोसेमंद वित्तीय सूचना का अभाव है।
रे ने कहा, ‘‘कंपनी नियंत्रण के स्तर पर इतनी बड़ी विफलता पहले कभी नहीं देखी। कंपनी में भरोसेमंद वित्तीय सूचना का पूरी तरह से अभाव है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘व्यवस्था के साथ समझौता किया गया और नियामकीय निगरानी में गड़बड़ी थी। कंपनी का नियंत्रण कुछ लोगों के हाथ में था और वे इसे चलाने के लिहाज से अनुभवी नहीं थे। ऐसा लगता है कि उनके अपने हित भी थे।’’
रे ने कहा कि एफटीएक्स समूह की कई इकाइयों विशेष रूप से एंटीगुआ और बहामास में उचित रूप से कंपनी का संचालन नहीं हो रहा था।
उन जगहों पर कभी भी निदेशक मंडल की बैठक नहीं हुई।
समूह में नकदी प्रबंध के स्तर पर प्रक्रियागत विफलता थी। इसमें बैंक खातों की सूची का अभाव शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी के पैसे का उपयोग कर्मचारियों के लिये घर खरीदने और दूसरे कार्यों में किया गया।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय संकट में घिरे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ने दिवालिया संरक्षण को लेकर आवेदन किया है।
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